शिव उमा बसुंधरा सौंदर्य दर्शन (लिखित)
शिव उमा वसुंधरा भ्रमण (नवीन सिंह राणा द्वारा रचित काव्य सौन्दर्य संग्रह ) कर कठोर विनती शिव से, भोले को चिर निद्रा से जगाया । नैसर्गिक सौंदर्य दर्शन मन , शंकर भोले को बताया।।1।। मुस्कुराए भोले भंडारी, प्रस्थान किया भ्रमण को । साथ चली उमा माता , प्रसन्न किया स्व मन को।।2।। पवन पथ चलकर , कैलाश गि रि पार किया । शिव शक्ति उमा जी को , हिम गिरी अति भा गया।।3।। मन आनंदित कर, सती मां दृश्य देख फूली न समाई ।। मन की सारी प्रसन्नता , भोले नाथ को बताई।।4।। शुक्ल रंग हिम ग्लेशियर , लगते हैं बड़े ही मनोहारी । हिम दर्शन से मन की, मिटी तृप्ता सती की सारी।।5।। लघु दीर्घ गिरि ढके हिम , स्वेत हिम लगे बड़ी निराल...