मेरा परिचय मेरा इतिहास,:तीन भयावह जौहर और विस्थापन की व्यथा
Published by Naveen Singh Rana मेरा परिचय मेरा इतिहास (तीन भयावह जौहर और विस्थापन की व्यथा) श्रीमती पुष्पा राणा जी द्वारा रचित ______****_______ मैं वही हृदय में जिसके । घनीभूत पीड़ा है ।। सहस्त्र घाव है हल्दीघाटी के । छलनी जिसका सीना है।। कश्यप गोत्री सूर्यवंश है । मां ने यही बताया था ।। मनु शतरूपा ने मिलकर । सृष्टि को पुनः रचाया था।। दादा तेरे नृप दिलीप ने। ...