अच्छा लगता है अपना .....
अच्छा लगता है... नवीन सिंह राणा द्वारा रचित अच्छा लगता है, अपना राणा समाज । अच्छी लगती हैं , इसकी सांस्कृतिक विरासत। ।1। । अच्छा लगता है , अपना गांव समाज । अच्छे लगते हैं, इसके प्यारे रीति रिवाज ।।2। । अच्छा लगता है, खलिहानों में स्वर्ण सा धान। अच्छे लगते हैं , अपने राणा भाई किसान।।3। । अच्छा लगता है, खेतों का लहलहाना। अच्छे लगते हैं, फसलों में भोरें मडराना।।4। । अच्छा लगता है, होली का बजता ढोल। अच्छे लगते हैं, मधुर गीतों के बोल।।5...