अंतर्राष्ट्रीय राना थारू समाज मैत्रीपूर्ण सम्मेलन: सांस्कृतिक एकता और संगठनात्मक विस्तार पर जोर



अंतर्राष्ट्रीय राना थारू समाज मैत्रीपूर्ण सम्मेलन: सांस्कृतिक एकता और संगठनात्मक विस्तार पर जोर
✍️ राणा संस्कृति मंजूषा
अंतर्राष्ट्रीय राना थारू समाज मैत्रीपूर्ण सम्मेलन 28 आश्विन 2081, सोमवार को लखीमपुर खीरी में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस सम्मेलन का आयोजन थारू जनकल्याण संस्था लखीमपुर खीरी द्वारा किया गया, जिसमें देश-विदेश से अनेक प्रतिष्ठित अतिथि और विशेषज्ञ शामिल हुए।

सम्मेलन की अध्यक्षता थारू जनकल्याण संस्था के अध्यक्ष छैलविहारी राना ने की, जबकि अंतर्राष्ट्रीय राना थारू समाज के अध्यक्ष डिल्लू राना और नेपाल से आए विशिष्ट अतिथि डॉ. जीवन राना ने भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. जीवन राना ने नेपाल और भारत में बसे राना थारू समुदाय की भाषा, संस्कृति, रीति-रिवाज, और खानपान की समानता पर बल देते हुए कहा कि दोनों देशों के थारू समुदाय को एकजुट होकर एक साझा मंच बनाना चाहिए, जिससे समुदाय के विकास और पहचान को बल मिल सके।

नेपाल के सहसंयोजक पदम राना ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संस्था का पंजीकरण कराने के लिए लगभग 70 हजार अमेरिकी डॉलर की मौजनी (संपत्ति) दिखाने की आवश्यकता होती है, जिससे इसे NGO के रूप में पंजीकृत कराया जा सकता है। खटीमा के गोपाल सिंह राना ने यह कहते हुए सुझाव दिया कि यदि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर थारू समुदाय की एक संस्था बन चुकी है, तो अलग से कोई और संस्था बनाने की जरूरत नहीं है।

खटीमा के थारू युवाओं के संरक्षक राजवीर राना ने संस्था पंजीकरण प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं का समाधान निकालते हुए कहा कि यदि कोई परेशानी आती है, तो युवाओं का एक फर्म बनाकर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। नेपाल के बुद्धिजीवी धर्मराज राना ने अपने NGO के लंबे अनुभव साझा करते हुए कहा कि संस्था के पंजीकरण के लिए कम से कम तीन देशों में एक ही नाम से संस्थाओं का गठन होना चाहिए, जिससे इसे अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हो सके।

खटीमा के मलखित राना ने सुझाव दिया कि आगामी बैठक में दोनों देशों के संविधान में संस्था के पंजीकरण से जुड़े प्रावधानों की जांच की जानी चाहिए और इसके आधार पर संस्था के विधान का मसौदा तैयार करके प्रस्तुत किया जाना चाहिए। नेपाल से आए भक्त राज राना ने भी इस बात पर जोर दिया कि हमारा उद्देश्य एक ही है, इसलिए तीनों स्थानों के थारू समुदायों को एक साझा मंच बनाकर आगे बढ़ना चाहिए।

सम्मेलन का संचालन थारू जनकल्याण संस्था के महामंत्री रामचंद्र राना ने किया, जबकि स्वागत अंतर्राष्ट्रीय राना थारू समाज के सह संयोजक ओमकार राना ने किया। इस सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया कि अगली बैठक जनवरी 2025 में नेपाल में आयोजित की जाएगी, जिससे थारू समुदाय के विकास की दिशा में और ठोस कदम उठाए जा सकें।


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