कैलाश पर्वत: एक अलौकिक रहस्य
कैलाश पर्वत: एक अलौकिक रहस्य
Published by Naveen Singh Rana
(विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारियों के अनुसार वर्णित )
धरती के एक छोर पर उत्तरी ध्रुव है और दूसरे छोर पर दक्षिणी ध्रुव। इन दोनों के बीचों-बीच स्थित है हिमालय, जो धरती के प्राकृतिक सौंदर्य और रहस्यों का केंद्र है। हिमालय के ह्रदय में स्थित कैलाश पर्वत को एक विशेष महत्व प्राप्त है। यह पर्वत न केवल हिन्दू धर्म के लोगों के लिए पवित्र है, बल्कि जैन, बौद्ध और सिख धर्म के अनुयायियों के लिए भी अत्यंत महत्व रखता है।
कैलाश पर्वत का स्वरूप विशाल पिरामिड जैसा है, जो अपने आप में एक रहस्य समेटे हुए है। यह पर्वत एकांत में स्थित है, जिसके आसपास कोई बड़ा अन्य पर्वत नहीं है। वैज्ञानिक आज तक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं कि ऐसा क्यों है। कैलाश पर्वत को धरती का केंद्र बिंदु माना जाता है, और इसके चारों तरफ एक अलौकिक ऊर्जा का प्रवाह है।
दो रहस्यमयी सरोवर
कैलाश पर्वत के निकट दो रहस्यमयी सरोवर हैं, जिनका नाम मानसरोवर और राक्षस ताल है। मानसरोवर को दुनिया की शुद्ध पानी की उच्चतम झील माना जाता है और इसका आकार सूर्य के समान है। इसके विपरीत, राक्षस ताल खारे पानी की उच्चतम झील है और इसका आकार चंद्र के समान है। इन दोनों झीलों के आकार और ऊर्जा को सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा से जोड़ा जाता है। जब दक्षिण दिशा से इन झीलों को देखा जाता है, तो ये मिलकर स्वास्तिक की आकृति बनाते हैं। वैज्ञानिक आज तक यह समझ नहीं पाए हैं कि ये झीलें प्राकृतिक हैं या मानव निर्मित।
अलौकिक ऊर्जा का प्रभाव
कैलाश पर्वत के चारों तरफ फैली अलौकिक ऊर्जा के कारण कोई भी यहां आसानी से नहीं पहुंच पाता है। तिब्बत के सिद्ध संतों का मानना है कि इस पर्वत पर केवल पुण्य आत्माएं ही निवास कर सकती हैं। यहां तक कि वैज्ञानिक भी कैलाश पर्वत के रहस्यों को जानने में असमर्थ रहे हैं। इस पर्वत के चारों तरफ फैली अलौकिक शक्तियों के कारण, केवल सिद्धि प्राप्त करने के बाद टेलीपैथी के माध्यम से ही वहां निवास कर रहे आध्यात्मिक गुरुओं से सम्पर्क किया जा सकता है।
डमरू और ओम की गूंज
कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के पास निरंतर डमरू और ओम की आवाज गूंजती रहती है। यह आवाजें दूर से सुनने पर किसी हवाई जहाज की उड़ान जैसी लगती हैं, लेकिन ध्यान मुद्रा में इन्हें सुनने पर स्पष्ट रूप से डमरू और ओम की ध्वनि महसूस होती है। वैज्ञानिक अब तक इन आवाजों के स्रोत का पता नहीं लगा पाए हैं। उनका अनुमान है कि ये आवाजें शायद बर्फ पिघलने के कारण हो सकती हैं।
सात रंगों की रोशनी
रात के समय कैलाश पर्वत पर सात रंगों की रोशनी नजर आती है। यह रोशनी इतनी तेज होती है कि इसमें एक-एक चीज स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह चुम्बकीय बल के कारण हो सकता है, लेकिन इसके पीछे का सही कारण आज भी एक रहस्य बना हुआ है।
हिम मानव का अस्तित्व
कैलाश पर्वत के आसपास हिम मानव की कहानियां भी प्रचलित हैं। कई लोगों का दावा है कि उन्होंने इस क्षेत्र में विशालकाय हिम मानव को घूमते हुए देखा है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने हिम मानव के अस्तित्व को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं पेश किया है, जिससे यह एक रहस्य ही बना हुआ है।
कैलाश पर्वत अपने अद्वितीय रहस्यों और अलौकिक शक्तियों के कारण मानव सभ्यता के लिए एक गहन शोध का विषय बना हुआ है। इसकी रहस्यमयी कहानियों और अलौकिक घटनाओं ने इसे हमेशा के लिए एक पवित्र और रहस्यमय स्थल बना दिया है।