रानी लक्ष्मी बाई की शहादत दिवस पर एक संपादकीय

रानी लक्ष्मी बाई की शहादत दिवस पर एक संपादकीय -
राणा संस्कृति मंजूषा 

भारतीय इतिहास में वे कमाल के उदाहरण हैं जो अपने साहस और बलिदान से हमें प्रेरित करती हैं। रानी लक्ष्मी बाई, जिन्हें झांसी की रानी के नाम से जाना जाता है, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की अनमोल धरोहर हैं। उनकी वीरता, साहस और अपने देश के प्रति निष्ठा ने उन्हें एक महान योद्धा बना दिया।

रानी लक्ष्मी बाई ने झांसी की सिंघासनी बनकर अपने देशवासियों के प्रति अपनी कटिबद्धता से दिखाया कि स्त्रियाँ भी अगर जिद्दी हो तो समय की भी रुकावट नहीं बन सकती है। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ निरंतर लड़ा और अपनी शहादत देकर वीरता का प्रतीक बन गईं।

आज, उनकी शहादत के दिन, हम सभी उनकी स्मृति में गर्व से सिर झुकाते हैं और उनके बलिदान को सलामी अर्पित करते हैं। रानी लक्ष्मी बाई का जीवन हमें सिखाता है कि जब तक हम अपने स्वतंत्रता और सम्मान के लिए लड़ते हैं, हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।

उनकी प्रेरणा हमें आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित करती है और हमें अपने देश और समाज के लिए समर्पित बनाती है। आज के दिन, हमें उनकी याद में उनके बलिदान को याद करना चाहिए और उनके जैसी वीरता और साहस के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए।
:राणा संस्कृति मंजूषा 

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