जन्म भूमि की मिट्टी की महक: हमारे अस्तित्व की नींव**
**जन्म भूमि की मिट्टी की महक: हमारे अस्तित्व की नींव**
:नवीन सिंह राणा
हर व्यक्ति के जीवन की कहानी उसकी जन्म भूमि से शुरू होती है। गाँव की गलियों में खेलते हुए, मिट्टी के कच्चे घरों में रहने का अनुभव, और बचपन के उन मासूम पलों की स्मृतियाँ, हमें हमारी जड़ों से जोड़ती हैं। जीवन की इस यात्रा में चाहे हम कितनी भी ऊंचाइयों को छू लें, अपने गांव, बचपन के लोग, और पुरानी स्थिति को कभी भूलना नहीं चाहिए।गांव की वो सुबहें, जब सूरज की पहली किरण हमारे आंगन को छूती थी, और गाँव के बुजुर्गों का आशीर्वाद, जो हमारी सफलता की नींव रखते थे। वो छोटे-छोटे पल, जब हम दोस्तों के साथ खेलते थे, या जब गांव के मेले में मस्ती करते थे, ये सारी यादें हमारे व्यक्तित्व का हिस्सा हैं। सफलता की ऊंचाइयों को छूने के बाद भी, हमें उन लोगों का शुक्रगुजार होना चाहिए, जिन्होंने हमारे जीवन की शुरुआत में हमारा साथ दिया। हमारे गांव के लोग, जो अपने छोटे-छोटे साधनों से भी हमारी मदद करते रहे, उनके भले के लिए कुछ न कुछ जरूर करना चाहिए। हमारे आधार, हमारे लोग, और हमारे गांव का विकास हमारी जिम्मेदारी है।गाँव का विकास सिर्फ भौतिक संसाधनों से ही नहीं होता, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर प्रदान करके भी होता है। यदि हम अपने गांव को शिक्षित कर सकें, वहां स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कर सकें, और रोजगार के अवसर उत्पन्न कर सकें, तो यह हमारे गांव के प्रति सच्ची कृतज्ञता होगी।हमें अपने गांव के बच्चों को प्रेरित करना चाहिए, उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहिए कि वे भी अपनी मेहनत और लगन से जीवन में सफल हो सकते हैं। हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारे गांव ने हमें जो आधार प्रदान किया है, वही हमें ऊंचाइयों तक ले गया है। इस आधार को मजबूत करना, और अपने गांव का विकास करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।गाँव की मिट्टी की महक, वह मासूमियत, और वह आत्मीयता हमें जीवन के हर मोड़ पर याद आती है। चाहे हम दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हों, हमारे दिल की गहराई में हमारे गाँव की यादें बसी रहती हैं। यह यादें ही हमें प्रेरित करती हैं कि हम अपने गांव के लिए कुछ करें, उनके विकास के लिए काम करें, और उनके भले के लिए अपनी क्षमता का उपयोग करें।जीवन में सफल होने के बाद अपने गांव और अपने लोगों को नहीं भूलना चाहिए। यह हमारा आधार हैं, और हमें इसे मजबूत करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। हमारे गांव के प्रति हमारी यह कृतज्ञता ही हमारे जीवन की सच्ची सफलता है।