"प्रतिभा का सम्मान: एक संगठन की कहानी"

Written and published by Naveen Singh Rana 
"प्रतिभा का सम्मान: एक संगठन की कहानी"


एक छोटे शहर में एक छोटा सा दुकानदार था जो अपनी दुकान में अकेला काम करता था। वह हमेशा अपने ग्राहकों के साथ मिलनसार और मित्रता से व्यवहार किया करता था। एक दिन, एक संगठन के मालिक ने उसे अपने ग्राहकों के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए अपना सलाह दिया।

दुकानदार ने उसे सुना और उसका सुझाव माना, लेकिन उसने यह भी कहा कि उसका प्रमुख कर्मचारी भी अच्छा काम कर रहा है। मालिक ने उसे नए काम के लिए बुलाया और उसने बेहतरीन परिणाम प्राप्त किए।

धीरे-धीरे, मालिक ने अपने दुकान में सभी कर्मचारियों की प्रतिभा को पहचाना और उनका उपयोग किया। उसने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए उनके प्रतिभा का सही तरीके से उपयोग किया और अच्छे परिणाम प्राप्त किए। सभी कर्मचारियों की छिपी प्रतिभाओं का पूरा लाभ मिलने से उसका व्यवसाय तेजी से आगे बढ़ रहा था।

इस कहानी से समझ मिलता है कि किसी भी संगठन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि उसके सभी कर्मचारियों की प्रतिभा का सम्मान किया जाए और उनका सही तरीके से उपयोग किया जाए। इससे संगठन को बेहतरीन परिणाम प्राप्त करने में मदद मिलती है।

:नवीन सिंह राणा 

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