""खुद को जानने के 7 बेहतरीन तरीके ""by Naveen Singh Rana
By Naveen Singh Rana
प्रिय पाठकों अपने इस अमूल्य जीवन में अक्सर हम दूसरों के बारे में जानने में अपना समय गुजार देते हैं, और खुद को जानने और समझने का कभी प्रयास ही नहीं करते हैं। हम दूसरों के गुण व अवगुण को जानकर भले ही खुश या दुखी हो लेते हैं लेकिन उससे भी थोडा जरूरी है कि हम अपने आप को भी जानने और समझने का प्रयास करना चाहिए और खुद की खूबियों को जानना एक महत्वपूर्ण और आत्म-विकास का हिस्सा है इससे हम वो खुशी पा सकते हैं जो हमें इधर उधर देखने से नही मिल सकती इसके लिए हम सब निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:
1. आत्म-निरीक्षण (Self-Reflection)
आत्म निरीक्षण के दो तरीके मैं आप सभी के साथ शेयर करना चाहूंगा जिनसे आप और हम बेहतर तरीके से अपने आप को महसूस कर टटोल सकते हैं।
- **डायरी लेखन:** नियमित रूप से अपनी सोच, भावनाएं और दिन की घटनाओं को लिखें। यह आपके व्यवहार और प्रतिक्रियाओं को समझने में मदद करेगा।
- **मेरे बारे में सोचें:** अपने गुण, विशेषताएं और कमजोरियों के बारे में सोचें। अपने बारे में ईमानदारी से विचार करें कि हम खुद किन चीजों में अच्छे हैं और किन्हें सुधारने की जरूरत है।
2. फीडबैक (Feedback)
अपने आप को महसूस करने के लिए दूसरों से अपने बारे में जानना भी एक तरीका है यह हम निम्न दो तरीकों से ले सकते हैं
- **परिवार और दोस्तों से पूछें:** आपके करीब के लोग आपकी खूबियों और कमजोरियों को अच्छी तरह जानते हैं। उनसे पूछें कि वे आपकी कौन-कौन सी खूबियों को सबसे अधिक सराहते हैं।
- **सहकर्मियों से फीडबैक:** कार्यस्थल पर अपने सहयोगियों और वरिष्ठों से फीडबैक लें। वे आपके पेशेवर कौशल और क्षमताओं के बारे में महत्वपूर्ण इनपुट दे सकते हैं।
3. स्व-मूल्यांकन परीक्षण (Self-Assessment Tests)
अपने बारे में जानने के स्व मूल्यांकन भी एक बेहतरीन तरीके में शामिल हैं जिनके निम्न दो तरीकों को अपनाया जा सकता है।
- **ऑनलाइन टेस्ट:** कई ऑनलाइन प्लेटफार्म्स पर व्यक्तित्व परीक्षण (personality tests) उपलब्ध हैं, जो आपकी खूबियों और कमजोरियों का मूल्यांकन करने में मदद करते हैं। जैसे कि MBTI (Myers-Briggs Type Indicator) और StrengthsFinder।
- **मूल्यांकन केंद्र:** कुछ संस्थाएं और कैरियर काउंसलिंग सेंटर भी स्व-मूल्यांकन परीक्षण और काउंसलिंग सेवाएं प्रदान करते हैं।
4. लक्ष्य निर्धारण और उपलब्धियाँ (Goal Setting and Achievements) हमारे लक्ष्य व उद्देश्य भी हम को अपने बारे में जानने और समझने का मौका देते हैं जो इस प्रकार है
- **उपलब्धियों की सूची बनाएं:** अपने जीवन की उपलब्धियों की सूची बनाएं। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपने किन क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल की है।
- **लक्ष्य निर्धारित करें:** अपने भविष्य के लक्ष्यों को लिखें और उन्हें प्राप्त करने के लिए योजना बनाएं। इससे आपके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास की दिशा स्पष्ट होगी।
5. आत्म-विकास पुस्तकें और सामग्री (Self-Development Books and Material)
प्रेरणादायक पुस्तकें भी हमे अपने आप को महसूस करने में सहयोग करती हैं जैसे
- **पुस्तकें और लेख पढ़ें:** आत्म-विकास पर लिखी गई पुस्तकों और लेखों को पढ़ें। ये सामग्री आपको खुद को बेहतर तरीके से समझने और सुधारने के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन देगी।
- **ऑनलाइन कोर्स:** विभिन्न प्लेटफार्म्स पर उपलब्ध आत्म-विकास कोर्स में भाग लें। ये कोर्स आपके व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए नए दृष्टिकोण प्रदान कर सकते हैं।
6. ध्यान और मेडिटेशन (Meditation and Mindfulness) ध्यान और योग भी हमे अपने आप को अहसास कराती है ।
- **मेडिटेशन:** नियमित ध्यान अभ्यास से आत्म-जागरूकता बढ़ती है। यह आपको अपनी आंतरिक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने और नियंत्रित करने में मदद करता है।
- **माइंडफुलनेस:** माइंडफुलनेस अभ्यास से आप वर्तमान क्षण में जीना सीखते हैं, जो आपकी भावनाओं और विचारों को स्पष्ट रूप से पहचानने में मदद करता है।
7. व्यक्तिगत विकास कार्यशालाएँ (Personal Development Workshops)
विभिन्न संस्थाएं व्यक्तिगत विकास की कार्यशालये अयोजित करती है जो हमे अपने का अहसास कराती है।
- **कार्यशालाओं में भाग लें:** कई संगठनों और विशेषज्ञों द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में भाग लें। ये कार्यशालाएं व्यक्तिगत विकास, नेतृत्व, और आत्म-जागरूकता पर केंद्रित होती हैं।
इन सात तरीकों से हम सभी अपनी अपनी खूबियों को जान सकते हैं और आत्म-विकास के मार्ग पर आगे बढ़ सकते हैं। जो बेहतरीन तरीके से जीवन को आगे बढ़ाने में मददगार हो सकती है।
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