हे मेरे राम.....
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।
अवध के राजा
कोशल्या के लाल
आय बसे फिर अयोध्या धाम,
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।1।
कण कण में बसे
बसे जग में दशरथ नंदन
भजन करे जन प्रातः शाम,
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।2।
चैत्र नवमी पर
हुए धरा में अवतरित
कष्ट हरत जन जन के तमाम,
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।3।
राम राज्य फिर
कब आयेगा धरा पर
एक तेरा नाम ही सतनाम,
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।4।
यह शुभ मुहूर्त
पुनः आज है आया
लेकर अजब खुशी तमाम,
हे मेरे राम , हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।5।
सकल धरा पर
बहे प्रेम सरस धारा
शुभ हो सारे कार्य तेरे नाम,
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।6।
नव युग हो
हो" नवीन"क्रांति
हे रघुवीर नमन करूं तेरा धाम,
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।7।
कुछ करू ऐसा
प्रभु जीवन हो सफल
जन्म मरण हो चरणों में तेरे राम,
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता हूं मैं प्रणाम।8।
अवध के राजा
कोशल्या के लाल
आय बसे फिर अयोध्या धाम
हे मेरे राम, हे मेरे राम
आपको करता है "नवीन सिंह "शत शत प्रणाम।9।
नवीन सिंह राणा द्वारा रचित
चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी के अवसर पर राम जन्म दिन की आप सभी को हार्दिक बधाई।
हमारा ब्लॉग आप सभी पाठकों का हार्दिक स्वागत अभिनंदन करती है। आशा है आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आयेगी।
टिप्पणियाँ