डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर एक संदेश द्वारा सुभाष सिंह राणा, प्रधानाचार्य,आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज झनकट

संपादनby: नवीन सिंह राणाभारत निर्माता, भारत रत्न,डॉक्टर बी आर अंबेडकर, विश्व के उत्कृष्ट, शैक्षिक संस्थान, कोलंबिया विश्वविद्यालय, संयुक्त राज्य अमेरिका से 1927 में पीएच.डी., उससे पूर्व 1923 में अपने शोध 'प्रॉब्लम्स आफ रूपी' प्रस्तुत कर लंदन ऑफ स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स, इंग्लैंड से डीएससी. (डॉक्टर ऑफ़ साइंस) की डिग्री, उससे पूर्व 1920 में ग्रे इन, इंग्लैंड से 'बैरिस्टर एट ला'
की डिग्री अर्जित करने वाले, एक ऐसा महा विद्वान जिसकी आत्मकथा 'वेटिंग फॉर विजा'(1935-36) कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाती है, वह हैं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, जिन्हें कोलंबिया यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा 2015 में दुनिया का नंबर वन स्कॉलर घोषित किया गया।
         राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र आदि विषयों में एम. ए.की डिग्री प्राप्त करने वाले विषय मर्मज्ञ, भारत का संविधान लिखने से पूर्व, दुनिया में उपलब्ध समस्त संविधानों का गहन अध्ययन कर, अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र हुए भारत देश के लिए, भिन्न भाषाओं, संस्कृतियों, धर्मों, जातियों को एक सूत्र में बांधने के लिए निर्मित दुनिया का विशालतम लिखित संविधान के रचनाकार डॉ भीमराव अंबेडकर का, यदि सबसे बड़ा जीवन संदेश कोई है, तो वह है' कितनी भी विकट परिस्थितियां हो'मनुष्य हार ना माने तथा सर्वोच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करे, जीवन भर गहन अध्ययन करें एवं इसका प्रयोग मानव कल्याण के साथ राष्ट्र सेवा में करे, जीवन संघर्ष के दौरान चाहे कितना भी अन्याय का सामना करना पड़े, विचलित ना हों, दुरूह परिस्थितियों का सामना करें, लेकिन अपने लक्ष्य से ना भटकें।
     यह भारत के संविधान की ही ताकत है कि दुनिया के एकमात्र सबसे बड़े लोकतंत्र भारत, अपनी भौगोलिक विशालता तथा अपनी सांस्कृतिक विविधताओं के साथ एक सूत्र में बंधा हुआ, अपनी एकता और अखंडता को बनाए हुए, संसार के देशों के लिए एक अनूठा उदाहरण है। इसका कारण है देश के नागरिकों का अपनी महान रचना ,भारतीय संविधान में विश्वास।
         समय जैसे-जैसे बीतता जाएगा भारत के संविधान की प्रासंगिकता तथा महत्ता बढ़ती जाएगी।
        डॉ बी आर अंबेडकर को वास्तव में जानना है तो उनके जीवन संघर्ष तथा रचित ग्रन्थों का अध्ययन अपरिहार्य। दुनिया के मानवतावादी, महान विद्वान, सामाजिक भेदभाव जनित अत्याचार को संघर्ष व अपने आत्म बल से पराजित कर, मानवता के लिए किए गए संघर्ष के विश्व प्रतीक बने महापुरुष डॉक्टर बी आर अंबेडकर के जन्मदिवस की समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई तथा शुभकामनाएं।
         सुभाष सिंह राणा,
              प्रधानाचार्य,
आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज झनकट

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