राणा थारू युवा मंच का संक्षिप्त परिचय व इतिहास

 राणा थारू युवा मंच का संक्षिप्त परिचय एवं इतिहास 


राणा थारू युवा मंच आज के समय में थारू समाज के साथ-साथ अन्य समाजों में अपने नाम का मोहताज नहीं आज हर कोई यह जानता है कि राणा थारू युवा मंच थारू समाज का एक उभरता हुआ ऐसा संगठन है जो थारू समाज में बदलाव के लिए प्रयासरत है लेकिन आगे बढ़ने से पहले यह जानना बहुत ही जरूरी है कि आखिर राणा थारु युवा मंच की आवश्यकता क्यों पड़ी ।

आखिर क्यों राणा थारु युवा मंच समाज में उभर कर सामने आया कि आज हर कोई राणा थारू युवा जागृति समिति की ओर आशा से देखता है कि यह समाज में वैचारिक क्रांति के द्वारा समाज को एक नई दिशा की ओर ले जाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा ।

राणा थारू युवा मंच आज से लगभग सात आठ वर्ष पहले जब विचारों का प्रादुर्भाव हुआ, विचारों का विचारों से मिलन हुआ तो उन विचारों से ही राणा थारु युवा मंच का उद्भव हुआ। 

22 सितंबर 2017 का वैध वह दिन जिस दिन राणा थारू युवा मंच के विचारों का मिलन हुआ।घंटों समाज हेतु चिंतन के उपरांत यहीं से राणा थारु युवा मंच हेतु प्रयास जागृत हुई। मिलकर समाज के विभिन्न संगठनों के लोगों से बातचीत कर उनके साथ समाज की विभिन्न समस्याओं और उन समस्याओं से बाहर निकालने हेतु बातचीत हुई। विचार आया कि आखिर क्यों जन जन तक अपनी पहुंच या अपना अस्तित्व नहीं दिखा पा रहे इस हेतु सर्वप्रथम ग्राम नौसर पटिया में मनोज राणा उपेंद्र सिंह राणा नवीन सिंह राणा ने मुकेश सिंह राणा ने समाज के विभिन्न प्रवृत्त समाज हितेषी विद्वान समाजसेवी लोगों को इस मीटिंग में आमंत्रित किया जिसकी रूपरेखा निश्चित प्रारूप में पहले ही तैयार कर ली गई थी वेटिंग में विभिन्न समाज हितेषी वरिष्ठ जनों के साथ साथ कुलदीप सिंह राणा जी पीसीएस अधिकारी श्री सुरजीत सिंह राणा जी प्रवक्ता और श्री जय प्रकाश राणा जी मेरी इस मीटिंग में परिवार के प्रति भाग्य इस मीटिंग में विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई विभिन्न रणनीतियां बनाएंगे गांव समाज के लोगों को थारू समाज में व्याप्त विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया गया और उनके निराकरण हेतु सुझाव भी दिए गए अगले चरण में ग्राम पहेलियां में इस मीटिंग हेतु समय रखा गया लेकिन इस मीटिंग में बहुत सकारात्मक परिणाम तो नहीं मिले लेकिन इस मीटिंग में श्री उत्तम सिंह राणा जी रेलवे विभाग उपस्थित रहे और उन्होंने इस संगठन को कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग इसके उपरांत किसी और ग्राम में इस तरह की मीटिंग कर पाना संभव नहीं हुआ इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि अब युवाओं को आगे करना बहुत ही जरूरी क्योंकि किसी भी समाज के विकास में युवाओं का बहुत बड़ा योगदान होता है जिस समाज के युवा समाज के विकास में अपना योगदान नहीं दे पाते हैं वह समाज छिन्न-भिन्न हो जाता है इस हेतु युवाओं को लेकर कार्य करने की रणनीति बनाई गई जिसमें विभिन्न गांव से वह महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों और छात्र नेताओं को आमंत्रित किया गया लगभग 40 से 50 छात्र-छात्राओं ने इस मीटिंग में प्रतिभाग किया उन्हें समाज की समस्याओं रोजगार आदि से अवगत कराया गया इस मीटिंग में विभिन्न छात्र छात्राओं ने बहुत ही जोशीले ढंग से अपने अपने विचारों को साझा किया उसके बाद इन्हीं छात्र छात्राओं के द्वारा अगली मीटिंग रखी गई जिसमें और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया जिस मीटिंग का संचालन व्यवस्थाएं युवा साथियों के द्वारा ही की गई थी बहुत अच्छा लगा हमारे समाज के युवा साथी आगे बढ़कर अपने विचारों को सबके सामने रख पा रहे थे छात्र-छात्राओं के सहयोग हेतु एक छोटे से कोष की स्थापना भी की गई जिसके द्वारा विभिन्न समस्याओं के निराकरण में होने वाले खर्चों को स्कूल से मदद दी जाती इसको इस कोष में सर्वप्रथम नवीन सिंह राणा मनोज सिंह राणा उपेंद्र सिंह राणा सुरजीत सिंह राणा हुआ श्री कुलदीप सिंह राणा जी के द्वारा प्रतिमा ₹500 की धनराशि जमा की जाती है इससे जो भी को जमा होता वह युवा छात्र छात्राओं की समस्याओं के निराकरण में मदद स्वरूप दे दिया जाता था हजार रुपए की धनराशि बेरोजगार b.Ed संगठन को दी गई धीरे धीरे संगठन आगे बढ़ता रहा संगठन से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या में भी बढ़ोतरी होती है साथ ही साथ समाज का चिंतन करने वाले विभिन्न समाजसेवी हुआ कर्मचारी वर्ग भी इसमें शामिल होते रहे समाज के 9 युवा के मन में राणा करो युवा सम्मेलन करने हेतु एक प्लान किया गया जिसके माध्यम से हाईस्कूल और इंटर में मेधावी सम्मान समारोह करने हेतु रणनीति बनाई गई 10दिसंबर 2017 को थारू समाज का प्रथम राना थारू युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से सर्व समाज के लगभग 255 छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया जय एक शुरुआत जिसके माध्यम से विभिन्न युवा एक नई दिशा की ओर आकर्षित ह अभिमान ठहरने वाले कहां थे वह निरंतर मीटिंग करते रहते हैं संगठन का नामकरण किया गया राणा थारी युवा मंच संगठन का बायलॉज बनाया गयाजिसे बहुत ही गहन अध्ययन करके तैयार किया गया। जिसमें संरक्षक के रूप में श्री कुलदीप सिंह राणा जी और निगरानी कमेटी के 4 स्थाई सदस्यों के रूप में मनोज सिंह राणा ,नवीन सिंह राणा ,सुरजीत सिंह राणा और राजवीर सिंह राणा जी चयनित किए गए ।कार्यकारिणी के रूप में राणा थारू युवा मंच के प्रथम अध्यक्ष के रूप में श्री हरेंद्र सिंह राणा जी को युवा मंच की बागडोर सौंपी गई। उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, सचिव के दायित्व पवन सिंह राणा, दीपू सिंह राणा व जय प्रकाश सिंह राणा को दिए गए। प्रथम संघठन मंत्री के रूप में सतवंत सिंह राणा और प्रचार मंत्री के रूप में सचिन सिंह राणा नामित किए। छात्रों के हितों को लेकर छात्र इकाई के प्रमुख अनुज सिंह राणा थे।

समय के साथ संघठन आगे बड़ता गया और राणा थारू युवा जागृति समिति धीरे धीरे समाज कल्याण मे अपने कार्यों को संपादित करती रही। वर्ष 2018 में मेधावी छात्र छात्रा सम्मान समारोह समय ने करवट ली और समय के इसी करवट की उथल पुथल में अध्यक्ष महोदय ने अपना त्यागपत्र राणा थारू युवा जागृति समिति की निगरानी कमेटी व संरक्षक को दे दिया। अभी तक तो राणा थारू युवा मंच घुटनों पर चल ही रहा था कि कार्यकारणी मे बदलाव हो जाने से अब राणा थारू युवा जागृति समिति को एक ऐसे ,क्रमशः...........



संकलन कर्ता

नवीन सिंह राणा

सदस्य राणा थारू युवा जागृति समिति 




 

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