**मानसून की पहली बारिश और आसमानी बिजली का तांडव**

**मानसून की पहली बारिश और आसमानी बिजली का तांडव**

गर्मी के लंबे और तपते दिनों के बाद, गाँव के बच्चे बेसब्री से मानसून की पहली बारिश का इंतजार कर रहे थे। खेत सूख चुके थे, और पेड़-पौधे प्यासे थे। हर किसी की निगाहें आसमान पर टिकी थीं, मानो बादलों से पानी की बूँदें बरसने का निवेदन कर रहे हों।

आखिरकार, एक दिन आसमान में घने बादल छा गए। हवा में ठंडक महसूस होने लगी और पत्तों ने खुशी में सरसराहट शुरू कर दी। बच्चे अपने घरों से बाहर निकलकर खुले मैदान में दौड़ने लगे। तभी अचानक, बिजली की तेज चमक आसमान को चीरती हुई दिखी और जोर की गर्जना हुई।

रमन और उसकी छोटी बहन मीरा भी बारिश में भीगने का आनंद ले रहे थे। परंतु, उनकी दादी ने उन्हें सावधान किया, "बच्चों, आसमानी बिजली खतरनाक होती है। हमें सुरक्षित रहना चाहिए।"

रमन ने सवाल किया, "दादी, हमें क्या करना चाहिए?"

दादी ने बताया, "जब बिजली चमकती है और बादल गरजते हैं, तो हमें खुले मैदान और पेड़ों से दूर रहना चाहिए। सबसे अच्छा है कि हम किसी सुरक्षित जगह, जैसे घर या किसी पक्की इमारत के अंदर रहें।"

मीरा ने पूछा, "पर हम बाहर हैं, अब क्या करें?"

दादी ने जवाब दिया, "अगर तुम बाहर हो और कोई सुरक्षित जगह नहीं है, तो सबसे पहले किसी नीची जगह पर जाओ और दोनों घुटनों को छाती से लगाकर बैठ जाओ। अपने कानों को हाथों से ढक लो और सिर को नीचे झुका लो। ध्यान रहे कि जमीन पर लेटो मत।"

रमन और मीरा ने दादी की बात मानी और जल्दी से घर की ओर दौड़े। घर पहुँचने के बाद, उन्होंने देखा कि कैसे बिजली बार-बार चमक रही थी और बादल गरज रहे थे। लेकिन वे अब सुरक्षित थे, अपने घर के अंदर।

दादी ने फिर से समझाया, "बिजली के समय हमें फोन या बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, और खिड़कियों से दूर रहना चाहिए।"

उस रात, बच्चों ने दादी से बारिश और बिजली के बारे में और भी कहानियाँ सुनीं। उन्होंने सीखा कि प्राकृतिक आपदाओं के समय सावधानी बरतना कितना महत्वपूर्ण है।

रात में, जब बारिश धीरे-धीरे रुक गई और बादलों की गरज भी शांत हो गई, तो रमन और मीरा ने चैन की नींद ली। अब वे जानते थे कि मानसून की पहली बारिश कितनी खास होती है, और साथ ही यह भी समझ गए थे कि सावधानी से कैसे खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है।

इस प्रकार, मानसून की पहली बारिश के साथ बच्चों ने न केवल मस्ती की, बल्कि जीवन की एक महत्वपूर्ण सीख भी प्राप्त की।

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