सम्मान का पथ: एक प्रेरणा दायक कहानी

सम्मान का पथ: एक प्रेरणा दायक कहानी 
: नवीन सिंह राणा की 🖋️ से 

     छोटे से गाँव के एक साधारण परिवार में जन्मा रवि, पढ़ाई में हमेशा से अव्वल था। उसके माता-पिता ने हमेशा उसकी पढ़ाई के प्रति उसके जुनून को प्रोत्साहित किया, भले ही उनके पास सीमित संसाधन थे। रवि ने अपनी मेहनत और लगन से इंटरमीडिएट परीक्षा में गाँव में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 

     गाँव के स्कूल में हर साल मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित होता था, जिसमें उन्हें पुरस्कृत किया जाता था और आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया जाता था। इस साल, रवि को भी इस समारोह में सम्मानित किया जाना था। 

     समारोह का दिन आया, और स्कूल में गाँव के सभी प्रमुख लोग, अध्यापक, और विद्यार्थियों के माता-पिता एकत्रित हुए। मंच पर जब रवि का नाम पुकारा गया, तो उसके माता-पिता की आँखों में गर्व और खुशी के आँसू थे। रवि ने मंच पर जाकर पुरस्कार और प्रमाणपत्र प्राप्त किया। उसे सम्मानित करने के लिए गाँव के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति, श्रीमान वर्मा जी, आए थे। 

     श्रीमान वर्मा जी ने अपने भाषण में कहा, "रवि जैसे छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण ही हमारे समाज की प्रगति का आधार है। हमें ऐसे होनहार बच्चों का हर संभव तरीके से मार्गदर्शन और समर्थन करना चाहिए।" उन्होंने रवि को एक पुस्तक और एक शैक्षिक छात्रवृत्ति का प्रमाणपत्र भी भेंट किया।

       उस दिन के बाद से, रवि के मन में एक नई ऊर्जा और जोश आ गया। उसने ठान लिया कि वह अपने परिवार और समाज के लिए कुछ बड़ा करेगा। वह रोज़ देर रात तक पढ़ाई करता और कठिन परिश्रम से अपने सपनों को साकार करने के लिए जुटा रहता। 

      छात्रवृत्ति के सहारे उसने एक अच्छे कॉलेज में दाखिला लिया। वहाँ उसने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और विज्ञान के क्षेत्र में कई शोध कार्य किए। उसकी मेहनत और लगन ने उसे एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक बना दिया। 

      रवि ने अपने गाँव लौटकर अपने समाज के लिए एक शैक्षिक संस्था की स्थापना की, जहाँ गाँव और समाज के बच्चों को मुफ्त शिक्षा और मार्गदर्शन मिलता था। उसका उद्देश्य था कि गाँव के हर बच्चे को वह अवसर मिले जो उसे मिला था। 

     रवि के इस प्रयास से गाँव के अन्य बच्चे भी प्रेरित हुए और पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त करने लगे। 

       इस प्रकार, सम्मान समारोह में मिला वह सम्मान और मार्गदर्शन रवि के जीवन का वह मोड़ साबित हुआ जिसने न केवल उसकी बल्कि उसके गाँव और समाज के भविष्य को भी एक नई दिशा दी। रवि ने यह साबित कर दिया कि अगर सही समय पर सही मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिले, तो कोई भी बच्चा अपने सपनों को साकार कर सकता है।

: नवीन सिंह राणा 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

तराई की आत्मकथा और राणा थारू समाज

राणा थारु परिषद: एक गौरवशाली यात्रा

राणा थारू समाज: तराई की धरोहर और विलुप्त होती संस्कृति